फरीदाबाद। तिगांव थाना क्षेत्र के जसाना गांव में हुए (सुखबीर-मोनिका) दोहरा हत्याकांड को मृतका मोनिका की भाभी के भाई विष्णु ने बहन को ब्लैकमेल किए जाने के कारण ही अंजाम दिया था। सुखबीर के पास अपनी सलहज (मोनिका की भाभी) की कुछ आपत्तिजनक फोटो थी, जिसे दिखा कर वह उसे ब्लैकमेल कर रहा था। रक्षाबंधन पर दिल्ली से गांव जसाना में राखी बंधवाने आए विष्णु को उसकी बहन ने सारी बात बताई, जिस पर इस हत्याकांड की रूपरेखा तय की गई। माेनिका को भी इन फोटो के बारे में पता था। इन तस्वीरों को लेकर करीब एक माह पहले दोनों ननद भाभी में काफी विवाद भी हुआ था। विष्णु ने मेरठ, उत्तर प्रदेश से तीन शूटरों सोनू, यतिन और कुलदीप को किराए पर लेकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। शुक्रवार को पुलिस ने चारों आरोपियों को अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है।
गांव जसाना में 11 अगस्त को मोनिका और उनके पति सुखबीर की दिनदहाड़े घर में घुसकर सर्जिकल टेप से हाथ-पैर बांधकर निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। आरोपियों ने सुखबीर और मोनिका के सिर में गोली मार कर हत्या की थी। इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बृहस्पतिवार को पुलिस ने मोनिका की भाभी के भाई विष्णु निवासी वजीराबाद, दिल्ली को गिरफ्तार किया था। विष्णु ने मेरठ से तीन शूटर बुलाकर इस वारदात को अंजाम दिया था। इसकी साजिश रक्षाबंधन के दिन रची गई थी। जब विष्णु से उसकी बहन व मोनिका की भाभी ने सुखबीर द्वारा ब्लैकमेल करने की शिकायत की थी। एसीपी क्राइम अनिल कुमार ने बताया कि इन फोटो के बारे में मोनिका को भी जानकारी थी। माेनिका ने अपने पति के फोन में भाभी की आपत्तिजनक फोटो देख ली थी। इस कारण उसका पहले अपने पति और फिर अपनी भाभी से काफी झगड़ा भी हुआ था। इस मामले में मुख्य आरोपी विष्णु ने हत्या के दो दिन पहले पूरे क्षेत्र की रेकी की थी। इस बात का पता पुलिस को तब चला जब जांच के दौरान बीते एक सप्ताह की फोन कॉल डिटेल व लोकेशन में विष्णु का मोबाइल उस लोकेशन में पाया गया। विष्णु के गांव में आने की जानकारी मोनिका के मायके वालों को नहीं थी। यहीं से पुलिस का शक उस पर गहराया और उससे पूछताछ शुरू की गई। पुलिस को शक हुआ कि इस वारदात में विष्णु शामिल हो सकता है। पुलिस ने जब विष्णु को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसनें क्राइम ब्रांच के सामने सब कबूल कर लिया।पुलिस प्रवक्ता एसीपी धारणा यादव ने बताया कि पूछताछ में विष्णु ने पुलिस को बताया कि रक्षाबंधन के दिन जब वो अपनी बहन की ससुराल राखी बंधवाने आया था तब उसकी बहन ने उसे बताया था कि उसकी कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें ननद मोनिका के पति सुखबीर के पास हैं। उन तस्वीरें से वह उसे ब्लैकमेल कर रहा है। बहन को परेशान देख विष्णु ने इस वारदात को अंजाम दिया। इस योजना में मोनिका की हत्या नहीं करनी थी। हालांकि उसके सामने ही सुखबीर की हत्या की गई और उसने विष्णु को पहचान लिया था। इसलिए साक्ष्य मिटाने के लिए मोनिका की भी हत्या कर दी गई।