loktantranews: कोरोना वैक्सीनेशन में मोबाइल नंबर को रजिस्टर्ड कर पहचान का बड़ा आधार बनाया जाएगा। वैक्सीन पड़ते ही मोबाइल पर पूरी जानकारी मैसेज के जरिए मिल जाएगी और इसी तरह से फीडबैक भी मोबाइल के जरिए लिया जाएगा। जो वैक्सीन लगाई गई उसका बैच नंबर से लेकर उससे जुड़ी हर जानकारी साझा करने की योजना पर काम किया जा रहा है। वैक्सीन लगने के बाद से क्या सावधानी बरतनी है, इसकी जानकारी भी मोबाइल पर ही दी जाएगी।
मोबाइल एप से मिलेगी जानकारी
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रथम चरण के वैक्सीनेशन के बाद सरकार एप को लांच कर देगी। यह आम लोगों के वैक्सीनेशन को लेकर काफी अहम होगा। Co-Win 20 एप पर पर पहले से रजिस्टर्ड लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी और वैक्सीन लगने के बाद इस एप पर पूरी जानकारी होगी। फीड बैक के साथ अन्य जानकारी को भी इसी एप के जरिए साझा किया जाएगा। इसे ऑटो जेनरेट मोड में तैयार किया जा रहा है। पटना के प्रतिरक्षण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एप को लेकर भी प्रशिक्षण देने की तैयारी चल रही है।
स्वास्थ्य विभाग वैक्सीन लगाकर देगा प्रमाण-पत्र
कोरोना की वैक्सीन लगाने के बाद स्वास्थ्य विभाग संबंधित व्यक्ति को प्रमाण-पत्र देगा। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जो प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा, वो वैक्सीन लगाए जाने की तस्दीक करेगा। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगाए जाने की तैयारियां तेज कर दी है। सोमवार को प्रधान सचिव के साथ अधिकारियों ने इस पर मंथन किया है।
आम लोगों को लेकर विशेष तैयारी
प्रथम चरण हेल्थ वर्करों को वैक्सीन दी जानी है, दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्करों को वैक्सीन लगाई जाएगी। दोनों में सरकार को बड़ी चुनौती नहीं है लेकिन जब थर्ड फेज में सामान्य लोगों को वैक्सीन देने की बात आएगी तो समस्या बढ़ जाएगी। एक साथ लोगों को रजिस्टर्ड करना और उन्हें वैक्सीन देना बड़ी चुनौती होगी। यही कारण है कि पहले से ही युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है। सोमवार को हुई प्रधान सचिव की बैठक में ऐसे ही कई चुनौतियों से निपटने को लेकर मंथन किया गया है।