loktantranews: राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में शनिवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने डायलिसिस विभाग का फीता काटकर शुभारंभ किया व संस्थान परिसर में मौजूद सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान वह विभिन्न वार्डों समेत जन औषधि केंद्र का भी निरीक्षण किया व पौधरोपण किया।इसके बाद उन्होंने प्रशासनिक भवन परिसर में संस्थान की भूमि, अनुरक्षण, नवीन विभाग व सेवा संबंधी विभिन्न समस्याओं व मुद्दों को लेकर बातचीत की। उन्होंने संस्थान के बेसमेंट में हो रही पानी की लीकेज की समस्या को दूर कराने के लिए शासन स्तर पर बातचीत का भरोसा दिया। किडनी एवं रक्त की समस्या से ग्रस्त रोगियों के लिए संस्थान में स्थापित की गई डायलिसिस इकाई का शुभारंभ करने के बाद संकाय सदस्यों को सम्बोधित करते हुए प्रमुख सचिव श्री आलोक कुमार ने कहा कि निदेशक डॉक्टर ब्रिगेडियर राकेश गुप्ता के नेतृत्व में संस्थान ने पिछले 2 सालों में अभूतपूर्व तरक्की की है। जिसमें संकाय सदस्यों व कर्मचारियों ने पूरे समर्पण के साथ सहयोग किया। जिसके परिणाम कोविड-19 महामारी के दौरान पूरे उत्तर प्रदेश में कोविड से सबसे कम मौंते गौतमबुद्ध नगर जिले में दर्ज की गई। प्रमुख सचिव ने सभी संकाय सदस्यों व कर्मचारियों से कर्मठता, जोश एवं उत्साह बरकरार रखे जाने के लिए प्रेरित किया। संस्थान में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लेने के बाद उन्होंने गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय स्थित संस्थान के एकेडमिक भवन का दौरा किया। उसके बाद विश्वविद्यायल परिसर स्थित संस्थान के काॅलेज भवन हेतु चिन्हित 56 एकड भूमि का भी निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान डॉ. शिखा सेठ, डॉ.सतेन्द्र कुमार, डॉ. सुरेश बाबू, डॉ. मनीषा सिंह, डॉ. अजय गर्ग, डॉ. नीमा अग्रवाल, डॉ. सुजाया मुखोपाध्याय व डॉ. शालिनी बहादुर आदि समस्त संकाय सदस्य व कर्मचारी उपस्थित रहे।
