loktantranews: जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों को देने के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता में पारदर्शिता लाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिला प्रशासन ने दो दिन पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि यह इंजेक्शन अब सिर्फ अस्पताल के ही फार्मेसी पर मिलेगा। इसके बाद रविवार को जिला प्रशासन ने मार्च व अप्रैल में अस्पताल को मुहैया कराये गए रेमडेसिविर इंजेक्शन की विस्तृत जानकारी भी साझा किया है। इसमें प्रतिदिन के हिसाब से आवंटन को दर्शाया गया है। मार्च से एक मई तक 10563 रेमडेसिविर इंजेक्श्न की आपूर्ति अस्पताल व उनके फार्मेेसी को दी गई है।
इस इंजेक्शन का उपयोग गंभीर रुप से संक्रमित मरीजों के लिए अस्पताल के डॉक्टर द्वारा किया जा रहा है। संक्रमित मरीज की संख्या अधिक होने के कारण इस इंजेक्शन की लगातार किल्लत बनी हुई है। इस कारण इसकी कालाबाजारी भी शुरु हो गई। अस्पताल तथ्यों को छिपाकर बाहर से इंजेक्शन खरीदने के लिए पर्चा लिख रहे थे। इस मामले को जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने गंभीरता से लेते हुए सख्त कदम उठाए व अस्पताल के फार्मेसी से ही इंजेक्शन दिलाने के निर्देश डॉक्टरों को दिए। उन्होंने साफ कहा कि अगर अस्पताल के फार्मेसी में इंजेक्शन खत्म होती है तो इसकी जानकारी सीएमओ को देनी होगी कि किस मरीज को किस कंपनी की कितने इंजेक्शन लगाए गए हैं। इसके बाद रविवार को जिलाधिकारी ने मार्च व अप्रैल में अस्पताल व उनके फार्मेसी को उपलब्ध कराए गए रेमडेसिविर इंजेक्शन का पूरा ब्यौरा भी सार्वजनिक किया है ताकि लोग दलालों के चक्कर के न फंसे।
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मार्च से एक मई तक अस्पतालों को दिए गए सिपला कंपनी की रेमडेसिविर इंजेक्शन ः
यथार्थ अस्पताल – 2527
एसआरएस अस्पताल ः 69
शारदा अस्पताल ः 959
कैलाश अस्पताल ः 1503
होप अस्पताल ः12
त्रिपाठी अस्पताल ः 44
जेएस अस्पतालः 9
नियो फार्मेसी ः 133
जेपी अस्पताल ः 468
फोर्टिस अस्पताल ः 1012
मेट्रो अस्पताल ः 299
प्रकाश अस्पताल ः 807
इंडो गल्फ अस्पताल ः 37
शर्मा मेडिकेयर ः 114
जिम्स अस्पताल ः 1007
सीएमओ कार्यालय ः 1370
एसजेएम अस्पताल ः 8
प्रयाग अस्पतालः 66
जेआर अस्पताल ः 13
संजीवनी अस्पताल ः 65
आईटीबीपी ः 3
विनायक अस्पताल ः 28
निम्स अस्पताल ः 10
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कुल 10563 इंजेक्शन
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