loktantranews: कासना स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में बच्चों के लिए 100 बेड की सुविधा जल्द शुरु कर दी जाएगी। इसमें आइसीयू, एचडीयू व नार्मल बेड शामिल होंगे। शारदा अस्पताल भी 160 बेड का बच्चों का वार्ड तैयार कर चुका है। कई अन्य अस्पताल भी इसके विकल्प तलाश रहे हैं।
कोरोना संक्रमण की पहली लहर उतनी आक्रामक नहीं थी। दूसरी लहर का सटीक आंकलन न होने के कारण ऑक्सीजन व दवाई की भी भारी किल्ल्त का सामना करना पड़ा। अस्पताल फुल हो गए। गंभीर मरीजों के लिए बेड मिलना मुश्किल हो गया। अस्पताल के गेट पर मरीजों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। अब तीसरी लहर में बच्चों पर अत्यधिक असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने मेडिकल कॉलेजों व राजकीय चिकित्सालयों को 100-100 बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। जिम्स के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि इस पर काम भी शुरु हो गया है। कासना स्थित जिम्स में 100 बेड क्षमता वाले अलग वार्ड का निर्माण किया जा रहा है। इसमें 30 बेड आइसीयू, 30 बेड एचडीयू व 40 नार्मल बेड की व्यवस्था होगी। हालांकि यहां 5 बेड का पीडिया आइसीयू पहले से ही कार्य कर रहा है। चाइल्ड पीजीआई नोएडा के एमएस आकाश राज ने बताया कि संस्थान में अभी 10 पीडिया आइसीयू की सुविधा है। इसे बढ़ाकर 100 बेड की करने पर काम चल रहा है। वहीं, नॉलेज पार्क के शारदा अस्पताल में भी 160 वार्ड का पीडिया वार्ड तैयार हो चुका है। यहां पहले भी यह विभाग सक्रिय था। शारदा अस्पताल के जनसंपर्क विभाग के निदेशक अजीत कुमार ने बताया कि अस्पताल में पीडिया के लिए 160 बेड की व्यवस्था है। इसमें 20 एनआइसीयू 20 पीआइसीयू व 20 बेड की सुविधा एचडीयू में होगी।