loktantranews: चक्रवात यास भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो चुका है। इसके चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जोखिम वाले क्षेत्रों से लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। लगातार हो रही बारिश के चलते हावड़ा में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। तूफान बुधवार को सुबह ओडिशा के भद्रक जिले के तट से टकराया। बाद में वह दक्षिणी बालासोर के 20 किलोमीटर करीब से गुजरा। इसके चलते 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इस तूफान के चलते किन राज्यों पर क्या असर हुआ और आगे इससे क्या प्रभाव पड़ेगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि पश्चिम बंगाल चक्रवात सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। चक्रवात के कारण सूबे में कम से कम एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं जबकि तीन लाख मकानों को नुकसान पहुंचा हुआ है। तूफान के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठती रहेंगी। राज्य में 15,04,506 लोगों को संवेदनशील स्थानों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।ओडिशा में संवेदनशील क्षेत्रों से 5.80 लाख लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है। चक्रवात धामरा बंदरगाह के पास बुधवार सुबह पहुंचा। इस दौरान 130 से 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में बारिश हुई। सर्वाधिक बारिश भद्रक जिले के चांदबाली में 27.3 सेंटीमीटर हुई। इससे बाद पारादीप में 19.7 सेंटीमीटर, बालासोर 5.1 सेंटीमीटर और भुवनेश्वर 4.9 सेंटीमीटर बारिश हुई।
