Loktantranews: नोएडा पुलिस ने पुलिस ने जीएसटी के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 22 आरोपियों को अलग-अलग ठिकानों से गिरफ्तार कर जेल भेजा है। हाल में पुलिस ने रजनीगंधा चौराहे से 25 हजार रुपए के इनामी आरोपी को अरेस्ट किया है। यह कार्रवाई कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने की है। गैंग ने सरकार को करीब 15 हजार करोड़ रुपए का चूना लगाया है।
आरोपी की पहचान
एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि पुलिस ने जीएसटी फर्म घोटाले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान आशीष के रूप में हुई है। इस गैंग का जाल दिल्ली से लेकर हरियाणा तक फैला हुआ था। जांच में पता चला कि इस गैंग ने अभी तक सरकार को लगभग 15 हजार करोड़ रुपए का चूना लगाया है। इसको पकड़ने के लिए लोकल इंटेलिजेंस और खुफिया एजेंसी लगी हुई थी।
फरार आरोपियों की तलाश तेज
एसीपी ने बताया कि एक जून को थाना सेक्टर-20 पुलिस ने इस गैंग का खुलासा करते हुए गैंग के सरगना दीपक मरजानी, उसकी पत्नी विनीता, आकाश सैनी, विशाल, मोहम्मद यासीन, राजीव, अतुल सेंगर और अश्वनी को गिरफ्तार किया था। बाकी आरोपी फरार थे, जिन्हें दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। अन्य फरार चल रहे आरोपियों की तलाश जारी है, जल्द उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कैसे करते थे ठगी
नोएडा साइबर क्राइम सेल के हेड सनत कुमार यादव ने बताया कि ये लोग देश के विभिन्न जगहों पर रहने वाले लाखों लोगों के पैन कार्ड और आधार कार्ड का डाटा हासिल करके उसके आधार पर फर्जी कंपनी खोलते थे। इसके बाद जीएसटी नंबर लेकर फर्जी बिल बनाकर जीएसटी रिफंड प्राप्त कर सरकार को करोड़ों का चूना लगाते थे। जांच में यह पता चला है कि जालसाज फर्जी कंपनियों को जीएसटी नंबर के साथ ऑनडिमांड बेच देते थे। इन कंपनियों के नाम पर पैसे जमा कर काले धन को सफेद किया जा रहा था।