Loktantranews: बिजली विभाग में गलत बिल को सही कराने के नाम पर पांच हजार रूपये रिश्वत लेते हुए कार्यालय सहायक और संविदाकर्मी को एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार गिरफ्तार किया है।। दोनों के खिलाफ कोतवाली सेक्टर-24 में भ्रष्ट्राचार निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है। सेक्टर-116 सोरखा गांव में हरेंद्र के नाम से 13 किलोवाट का घरेलू श्रेणी का बिजली कनेक्शन है। अप्रैल में बिजली का बिल करीब तीन लाख रुपये बना दिया। इस बिल को सही कराने के लिए हरेंद्र के रिश्तेदार नीरज सेक्टर-52 बिजली दफ्तर का चक्कर लगा रहे थे। बगैर रिश्वत के उनकी समस्या पर सुनवाई नहीं हो रही थी और गलत बिल राशि को ही जमा करने का दवाब बनाया जा रहा था। बिल को सही कराने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही थी। विभाग द्वारा परेशान होने के बाद नीरज ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से कर दी। फिर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम के साथ पीड़ित नीरज ने मंगलवार दोपहर को सेक्टर-52 बिजली दफ्तर पर तैनात संविदाकर्मी ऑपरेशन अविनाश और कार्यालय सहायक अभिषेक को रिश्वते के पांच हजार रुपये दे दिए। आरोप है कि गलत बिल को सही कराने के लिए अभिषेक से पांच हजार रुपये में सौदा हुआ और अविनाश ने रिश्वत के पांच हजार रुपये लिए। दोनों एक ही कमरे में एक साथ बैठते हैं। रिश्वत के रुपये लेने के तुरंत बाद ही एंटी करप्शन ब्यूरो के निरीक्षक दुर्गेश सिंह ने नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने आरोपियों से रिश्वत के पैसे बरामद कर लिये और कोतवाली सेक्टर-24 में रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं दोनों आरोपियों के खिलाफ विद्युत निगम ने भी विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है।
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